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(M88) - Casino Games India Play smart and win big at the online, What Are The Best Online Casino Games strike it rich at the online casino. चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे, शुभमन गिल और मोहम्मद शमी सबसे पहले नेट्स पर अभ्यास के लिए आए। शमी ने लगभग 30 मिनट तक बल्लेबाजी का अभ्यास किया।विराट कोहली ने स्पिनरों की कुछ गेंदे खेलने के बाद उनादकट और शमी का सामना किया। इसके बाद उन्होंने रहाणे और गिल के साथ स्लिप में कैच लेने का अभ्यास किया।(भाषा)

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the night manager 2: अनिल कपूर की वेब सीरीज 'द नाइट मैनेजर' के दूसरे सीजन का फैंस बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। द नाइट मैनेजर के पहले सीजन को ओपन एंडिंग देने की मेकर्स की तरकीब सीरीज के लिए काफी अच्छी साबित हुई। क्योंकि अब लोग इसको और उत्सुकता और सस्पेंस के साथ देखने के इच्छुक हैं। Casino Games India, Pitro ki shanti ke upay : हिन्दू पंचांग के अनुसार आषाढ़ मास हिंदू वर्ष का चौथा महीना होता है। आषाढ़ माह की अमावस्या के दिन का बहुत महत्व माना गया है। इस हलहारिणी अमावस्या भी कहते हैं। इसके बाद गुप्त नवरात्रि का प्रारंभ हो जाता है। इस अमावस्या को दान-पुण्य और पितरों की शांति के लिए किए जाने वाले तर्पण के लिए बहुत ही उत्तम एवं विशेष फलदायी माना गया है। 1. इस दिन नदी या गंगाजल से स्नान करके पितरों के निमित्त सूर्यदेव को अर्घ्य अर्पित करें। 2. इस दिन पितरों की शांति के लिए आप चाहें तो उपवास रख सकते हैं। 3. पितरों की शांति के लिए किसी गरीब ब्राह्मण को दान दक्षिणा दें। 4. पितरों की शांति के लिए किसी भूखे को भरपेट भोजन कराएं। 5. इस दिन संध्या के समय पीपल के पेड़ के नीचे सरसो के तेल का दीपक लगाएं और अपने पितरों का स्मरण करके पीपल की 7 परिक्रमा करें। 6. इस दिन पितरों की शांति के लिए हवन कराकर दान-दक्षिणा देना चाहिए। 7. इस दिन नदी के किनारे स्नान करने के बाद पितरों का पिंडदान या तर्पण करना चा‍हिए। 8. पितरों के निमित्त अमावस्या पर भगवान भोलेनाथ और शनिदेव की विशेष पूजा करके उन्हें प्रसन्न करना चाहिए। 9. अमावस्या पर घर में खीर पूजी आदि बनाकर उसका उपले पर गुड़ घी के साथ पितरों के निमित्त भोग लगाएं। 10. इस दिन कौवों को अन्न और जल अर्पित करने के साथ ही गाय एवं कुत्तों को भी भोजन कराएं।

हिन्दू कैलेंडर के अनुसार संकष्टी चतुर्थी का समापन रात 09.50 मिनट पर होने के कारण तथा उसके बाद पंचमी तिथि लगने की वजह से चतुर्थी तिथि के दौरान चंद्रोदय का समय नहीं है। लेकिन संकष्टी चतुर्थी के दिन चंद्रोदय का समय रात 10.50 मिनट का प्राप्त हो रहा है। आइए यहां जानते हैं पूजन के शुभ मुहूर्त और पूजा की सरल विधि के बारे में- Krishnapingala चतुर्थी पूजा विधि :Chaturthi Puja Vidhi - आषाढ़ मास की चतुर्थी के दिन प्रात: स्नानादि के पश्‍चात एक चौकी पर लाल वस्त्र बिछाकर भगवान श्री गणेश की मूर्ति की स्थापना करें। - चांदी, पीतल, तांबे या मिट्टी के गणेश की मूर्ति नहीं है तो आप तस्वीर से काम चलाएं। - भगवान श्री गणेश को पीले वस्त्र चढ़ाएं। - श्री गणेश प्रतिमा को लाल रोली, कलावा, फूल, हल्दी, दूर्वा, चंदन, धूप, घी आदि पूजन सामग्री अर्पित करें। - श्री गणेश को फूलों की माला पहनाएं। - इसके बाद श्री गणेश को 21 दूर्वा की गांठ अर्पित करें। - भगवान श्री गणेश के मंत्रों का जाप करें। - इसके बाद पूरा दिन निर्जला व्रत रखें। - मोदक का प्रसाद बनाएं तथा भगवान श्री गणेश को मोदक, मोतीचूर के लड्‍डू, केला, नारियल आदि का भोग लगाएं। - चतुर्थी के दिन गरीबों को खाने-पीने की चीजों का दान दें। - पूजा के साथ इस दिन श्री गणेश नामावली, श्री गणेश अथर्वशीर्ष, गणेश चालीसा का पाठ करें। - आषाढ़ मास के श्री गणेश चतुर्थी की कथा पढ़ें तथा मंत्र'ॐ गं गणपतये नम:' का जाप करें। - इस दिन में अथवा गोधूली बेला में श्री गणेश दर्शन अवश्य करें। - पूजन समाप्त होने के बाद आरती करके भूल-चूक के लिए क्षमा मांगें। - रात्रि में मोदक या लड्‍डू का भोग श्री गणेश के साथ ही चंद्रमा को भी अर्पित करके इसी लड्डू से व्रत खोलें। M88 Up the Ante at the Online Casino! strike it rich at the online casino इस वर्ष जून के महीने में बुधवार, 7 जून को आषाढ़ मास की संकष्‍टी गणेश चतुर्थी पड़ रही है। मान्यतानुसार इसे कृष्णपिङ्गल या कृष्णपिंगाक्ष संकष्टी चतुर्थी (Krishnapingal Sankashti Chaturthi 2023) के नाम से जाना जाता है। पुराणों के अनुसार पूर्णिमा के बाद आने वाली चतुर्थी को संकष्टी तथा अमावस्या के बाद की चतुर्थी को विनायकी के नाम से जाना जाता है। श्री गणेश विघ्नहर्ता है, अत: चतुर्थी के दिन भगवान उनका पूजन और व्रत किया जाता है। आइए जानते हैं आषाढ़ संकष्‍टी गणेश चतुर्थी के शुभ मुहूर्त और कथा- आषाढ़ संकष्‍टी चतुर्थी 2023 के शुभ मुहूर्त : कृष्णपिङ्गल संकष्टी चतुर्थी : बुधवार, 07 जून 2023 को चतुर्थी तिथि का प्रारंभ- 06 जून, मंगलवार को 12.50 ए एम से (देर रात) चतुर्थी तिथि का समापन- 07 जून, 2023 को 09.50 पी एम पर। बता दें कि इस बार संकष्टी चतुर्थी का समापन 09.50 पी एम पर हो रहा है तथा तत्पश्चात पंचमी तिथि लग जाएगी। अत: चतुर्थी तिथि के दौरान कोई चंद्रोदय नहीं है। वैसे संकष्टी के दिन चंद्रोदय का समय- 10.50 पी एम पड़ रहा है। 7जून 2023, बुधवार : दिन का चौघड़िया लाभ- 05.23 ए एम से 07.07 ए एम अमृत- 07.07 ए एम से 08.51 ए एम शुभ- 10.36 ए एम से 12.20 पी एम चर- 03.49 पी एम से 05.33 पी एम लाभ- 05.33 पी एम से 07.17 पी एम रात्रि का चौघड़िया शुभ- 08.33 पी एम से 09.49 पी एम अमृत- 09.49 पी एम से 11.04 पी एम चर- 11.04 पी एम से 08 जून को 12.20 ए एम तक, लाभ- 02.51 ए एम से 08 जून को 04.07 ए एम तक। आषाढ़ चतुर्थी व्रत कथा-Ashadh Chaturthi Vrat Katha आषाढ़ मास की चतुर्थी व्रत की कथा के अनुसार द्वापर युग में महिष्मति नगरी का महीजित नामक राजा था। वह बड़ा ही पुण्यशील और प्रतापी राजा था। वह अपनी प्रजा का पालन पुत्रवत करता था। किन्तु संतानविहीन होने के कारण उसे राजमहल का वैभव अच्छा नहीं लगता था। वेदों में निसंतान का जीवन व्यर्थ माना गया हैं। यदि संतानविहीन व्यक्ति अपने पितरों को जल दान देता हैं तो उसके पितृगण उस जल को गरम जल के रूप में ग्रहण करते हैं। इसी उहापोह में राजा का बहुत समय व्यतीत हो गया। उन्होंने पुत्र प्राप्ति के लिए बहुत से दान, यज्ञ आदि कार्य किए। फिर भी राज को पुत्रोत्पत्ति न हुई। जवानी ढल गई और बुढ़ापा आ गया किंतु वंश वृद्धि न हुई। तदनंतर राजा ने विद्वान ब्राह्मणों और प्रजाजनों से इस संदर्भ में परामर्श किया। राजा ने कहा कि हे ब्राह्मणों तथा प्रजाजनों! हम तो संतानहीन हो गए, अब मेरी क्या गति होगी? मैंने जीवन में तो किंचित भी पाप कर्म नहीं किया। मैंने कभी अत्याचार द्वारा धन संग्रह नहीं किया। मैंने तो सदैव प्रजा का पुत्रवत पालन किया तथा धर्माचरण द्वारा ही पृथ्वी शासन किया। मैंने चोर-डाकुओं को दंडित किया। इष्ट मित्रों के भोजन की व्यवस्था की, गौ, ब्राह्मणों का हित चिंतन करते हुए शिष्ट पुरुषों का आदर सत्कार किया। फिर भी मुझे अब तक पुत्र न होने का क्या कारण हैं? विद्वान् ब्राह्मणों ने कहा कि, हे महाराज! हम लोग वैसा ही प्रयत्न करेंगे जिससे आपके वंश कि वृद्धि हो। इस प्रकार कहकर सब लोग युक्ति सोचने लगे। सारी प्रजा राजा के मनोरथ की सिद्धि के लिए ब्राह्मणों के साथ वन में चली गई। वन में उन लोगों को एक श्रेष्ठ मुनि के दर्शन हुए। वे मुनिराज निराहार रहकर तपस्या में लीन थे। ब्रह्माजी के सामान वे आत्मजित, क्रोधजित तथा सनातन पुरुष थे। संपूर्ण वेद-विशारद एवं अनेक ब्रह्म ज्ञान संपन्न वे महात्मा थे। उनका निर्मल नाम लोमश ऋषि था। प्रत्येक कल्पांत में उनके एक-एक रोम पतित होते थे। इसलिए उनका नाम लोमश ऋषि पड़ गया। ऐसे त्रिकालदर्शी महर्षि लोमेश के उन लोगों ने दर्शन किए। सब लोग उन तेजस्वी मुनि के पास गए। उचित अभ्यर्थना एवं प्रणामदि के अनंतर सभी लोग उनके समक्ष खड़े हो गए। मुनि के दर्शन से सभी लोग प्रसन्न होकर परस्पर कहने लगे कि हम लोगों को सौभाग्य से ही ऐसे मुनि के दर्शन हुए। इनके उपदेश से हम सभी का मंगल होगा, ऐसा निश्चय कर उन लोगों ने मुनिराज से कहा। हे ब्रह्मऋषि! हम लोगों के दुःख का कारण सुनिए। अपने संदेह के निवारण के लिए हम लोग आपके पास आए हैं। हे भगवन! आप कोई उपाय बतलाइए। महर्षि लोमेश ने पूछा-सज्जनों! आप लोग यहां किस अभिप्राय से आए हैं? मुझसे आपका क्या प्रयोजन हैं? स्पष्ट रूप से कहिए। मैं आपके सभी संदेहों का निवारण करूंगा। प्रजाजनों ने उत्तर दिया- हे मुनिवर! हम महिष्मति नगरी के निवासी हैं। हमारे राजा का नाम महीजित है। वह राजा ब्राह्मणों का रक्षक, धर्मात्मा, दानवीर, शूरवीर एवं मधुरभाषी है। उस राजा ने हम लोगों का पालन पोषण किया है, परंतु ऐसे राज को आज तक संतान की प्राप्ति नहीं हुई। हे भगवान्! माता-पिता तो केवल जन्मदाता ही होते हैं, किंतु राज ही वास्तव में पोषक एवं संवर्धक होता हैं। उसी राजा के निमित हम लोग ऐसे गहन वन में आए है। हे महर्षि! आप कोई ऐसी युक्ति बताइए जिससे राजा को संतान की प्राप्ति हो, क्योंकि ऐसे गुणवान राजा को कोई पुत्र न हो, यह बड़े दुर्भाग्य की बात हैं। हम लोग परस्पर विचार-विमर्श करके इस गंभीर वन में आए हैं। उनके सौभाग्य से ही हम लोगों ने आपका दर्शन किया हैं। हे मुनिवर! किस व्रत, दान, पूजन आदि अनुष्ठान कराने से राजा को पुत्र होगा। आप कृपा करके हम सभी को बतलाएं। प्रजा की बात सुनकर महर्षि लोमेश ने कहा- हे भक्तजनो! आप लोग ध्यानपूर्वक सुनो। मैं संकटनाशन व्रत को बता रहा हूं। यह व्रत निसंतान को संतान और निर्धनों को धन देता हैं। आषाढ़ कृष्ण चतुर्थी को ‘एकदंत गजानन’ नामक गणेश की पूजा करें। राजा व्रत करके श्रद्धायुक्त हो ब्राह्मण भोज करवाकर उन्हें वस्त्र दान करें। गणेश जी की कृपा से उन्हें अवश्य ही पुत्र की प्राप्ति होगी। महर्षि लोमश की यह बात सुनकर सभी लोग करबद्ध होकर उठ खड़े हुए। नतमस्तक होकर दंडवत प्रणाम करके सभी लोग नगर में लौट आए। वन में घटित सभी घटनाओं को प्रजाजनों ने राजा से बताया। प्रजाजनों की बात सुनकर राज बहुत ही प्रसन्न हुए और उन्होंने श्रद्धापूर्वक विधिवत गणेश चतुर्थी का व्रत करके ब्राह्मणों को भोजन वस्त्रादि का दान दिया। रानी सुदक्षिणा को श्री गणेश जी कृपा से सुंदर और सुलक्षण पुत्र प्राप्त हुआ। श्रीकृष्ण जी कहते हैं इस व्रत का ऐसा ही प्रभाव हैं। अत: जो व्यक्ति इस व्रत को श्रद्धापूर्वक करेंगे वे समस्त सांसारिक सुख के अधिकारी होंगे तथा उनका घर हमेशा खुशियों से भरापूरा रहेगा।

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पुलिस जांच में सामने आया कि मृतक प्रताप के उस कमरे में कहीं वेंटीलेशन नहीं था। न कहीं से हवा के आने जाने का रास्‍ता। वहां एक छोटी खिड़की के अलावा कुछ नहीं था। उस खिड़की को भी पर्दे से ढककर पैक कर दिया गया था। घर में बिजली भी नहीं है। कहा जा रहा है कि शादी के कुछ ही दिन पहले कमरे की पुताई की गई थी। जिसकी तेज केमिकल वाली गंध अभी भी आ रही थी। बताया जा रहा है कि तेज गर्मी और नए पेंट की गंध से वहां रुकना भी मुश्‍किल था। ऐसे में अंदाजा लगाया जा रहा है कि इसी वजह से दम घुटने से दोनों की मौत हुई होगी। हालांकि डॉक्‍टरों के पोस्‍टमार्टम में हार्टअटैक मौत की वजह बताई गई है। As Nas, Man Vs Wild Show : डिस्कवरी चैनल का एडवेंचर शो ‘मैन वर्सेस वाइल्ड’ दर्शकों के बीच काफी पॉपुलर है। यह शो एक बार फिर अपने नए एपिसोड्स के साथ टीवी पर टेलीकास्ट होने वाला है। बेयर ग्रिल्स के साथ रजनीकांत, अक्षय कुमार, विक्की कौशल, रणवीर सिंह और पीएम मोदी जंगल की सैर कर चुके हैं। खबरों के अनुसार इस बार प्रियंका चोपड़ा और विराट कोहली जंगल में एडवेंचर करते नजर आने वाले हैं।

Play and Win at the Online Casino! M88 Travel in june : इस वर्ष यदि आपका जून माह में घूमने का प्लान है समुद्री क्षेत्र में जाने का कोई मतलब नहीं क्योंकि वहां पर हाई टाईड के कारण वाटर एक्टिविटी बंद हो जाती है। जून माह में बारिश की शुरुआत होने के कारण कई जगहों पर बारिश के कारण खतरा बड़ जाता है। जैसे उत्तराखंड और हिमाचल के कुछ क्षेत्रों में भूस्खलन का खतरा रहता है। जानिए ऐसे में आपको कहां घूमने जाना चाहिए। 1. पचमढ़ी : मध्यप्रदेश में अमरकंटक के पास ही होशंगाबाद जिले में पचमड़ी बहुत ही खूबसूरत हिल स्टेशन है। ऊंचे ऊंचे पहाड़, झील, झरने, गुफाएं, जंगल सभी कुछ हैं यहां पर। झरनों के लिए आप मध्यप्रदेश के पचमड़ी में जाएं। पचमढ़ी में आपको बहुत सारे झरने देखने को मिलेगें। यहां का तापमान भी बहुत कम रहता है। जरा भी गर्मी का अहसान नहीं होता है। जून के प्रथम पखवाड़े में आप यहां घूमने जा सकते हैं। 2. मसूरी : मसूरी हिल स्टेशन उत्तराखंड राज्य का पर्वतीय नगर है जो गंगोत्री का प्रवेश द्वार भी है। मसूरी के एक ओर से गंगा नजर आती है तो दूसरी ओर से यमुना नदी। यहां पर दुर्लभ वनस्पतियां और जीव जंतु पाए जाते हैं। यहां के ऊंचे ऊंचे पहाड़ और हरी भरी छटा देखते ही बनती है। पतली घुमावदार सड़कें, हरे-भरे पेड़, दूर तक नजर आती ऊंची-नीची पहाड़ियां, एक ओर दूर नजर आते बर्फ से ढंके सफेद पहाड़, दूसरी ओर पहाड़ों की गोद में बने छोटे-छोटे घर यानी देहरादून शहर। 3. मुन्नार (केरल) : केरल का मुन्नार हिल स्टेशन स्वर्ग के समान है। तीन पर्वतों की श्रृंखला- मुथिरपुझा, नल्लथन्नी और कुंडल, के मिलन स्थल पर स्थित है मुन्नार। इस हिल स्टेशन की पहचान है यहां के विस्तृत भू-भाग में फैली चाय की खेती, औपनिवेशिक बंगले, छोटी नदियां, झरनें और ठंडे मौसम। ट्रैकिंग और माउंटेन बाइकिंग के लिए यह एक शानदार स्थल है। 4. नैनीताल : बर्फ से ढ़के पहाड़ों के बीच झीलों से घिरा नैनीताल उत्तराखंड राज्य का प्रसिद्ध हनीमून स्पॉट है। यहां आकर आपको शांत और प्रकृति के पास होने जैसा महसूस होगा। नैनीताल झील, नैनादेवी मंदिर, नैना चोटी, गर्वनर हाउस, टिफिन टॉप और पंडित जीबी पंत प्राणी उद्यान यहां के प्रसिद्द स्थल है। शॉपिंग के लिए आप मार्केट मॉलरोड जा सकते हैं। ताल में बत्तखों के झुंड, रंग-बिरंगी नावें और ऊपर से बहती ठंडी हवा यहां एक अदभुत नजारा पेश करते हैं। ताल का पानी गर्मियों में हरा, बरसात में मटमैला और सर्दियों में हल्का नीला दिखाई देता है। 5. शिलॉन्ग : यदि आप गर्मी के माह ठंठी जगह पर घूमना चाहते हैं तो मेघालय जरूर जाएं। यहां प्रमुख रूप से शिलॉन्ग को जरूर देखें। मेघालय की राजधानी शिलॉन्‍ग भारत का सबसे खूबसूरत हिल स्टेशन है। इसे पूर्व का स्कॉटलैंड कहा जाता है। यहीं पास में चेरापूंजी भी है। बॉलीवुड एक्टर नसीरुद्दीन शाह ने हाल ही में कहा था कि वो अवार्ड्स को ज्यादा गंभीरता से नहीं लेते। वे अवार्ड को वॉशरूम में डोर हैंडल के तौर पर उसका इस्तेमाल करते हैं। इस पर कई फिल्मी सितारों ने रिएक्‍शन दिया था। कहा जा रहा था कि एक्‍टर मनोज वाजपेयी ने भी नसीर को फटकार लगाई थी। ऐसा कई मीडिया संस्‍थाओं ने खबर चलाई थी।

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nawazuddin siddiqui's wife aaliya: बॉलीवुड एक्टर नवाजुद्दीन सिद्दीकी बीते काफी समय से अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर सुर्खियों में हैं। नवाज और उनकी पत्नी आलिया के बीच काफी विवाद चल रहा था। दोनों ने एक-दूसरे पर कई गंभीर आरोप भी लगाए थे। हालांकि अब नवाजुद्दीन और आलिया के बीच समझौता हो गया है और दोनों तलाक भी लेने जा रहे हैं। आलिया अपने बच्चों के साथ दुबाई चली गई हैं। वहीं अब आलिया को नया हमसफर भी मिल गया है। आलिया ने इंस्टाग्राम पर अपने नए पार्टनर के साथ तस्वीर शेयर करके लोगों को खुद ये जानकारी दी है। इस तस्वीर में आलिया अपने नए प्यार के साथ बैठे चाय पीती नजर आ रही हैं। इसके साथ आलिया ने कैप्शन में लिखा, मैंने जिस रिश्ते को संजोया है, उससे बाहर निकलने में 19 साल से ज्यादा का समय लगा है। लेकिन मेरे जीवन में, मेरे बच्चे मेरी प्राथमिकता हैं, वे हमेशा थे और रहेंगे। लेकिन कुछ रिश्ते ऐसे भी होते हैं जो दोस्ती से भी बड़े होते हैं और ये रिश्ता वही रिश्ता है और मैं उसी से बहुत खुश हूं। इसलिए अपनी खुशी आप सबके साथ बांटी। क्या मुझे खुश रहने का अधिकार नहीं है? आलिया ने ईटाइम्स से बात करते हुए कहा, मैं आगे बढ़ चुकी हूं और मेरा यह रिश्ता दोस्ती से बढ़कर है। ऐसा नहीं है कि हमारे बीच कोई कमिटमेंट नहीं है। मेरी अपनी जिंदगी है, जिसे मुझे अपने बच्चों के साथ जीना है और मैं अपने बच्चों को कोई दिक्कत नहीं देना चाहती। आलिया ने अपने नए प्यार की तारीफ करते हुए कहा, वह एक सच्चे जेंटलमैन हैं। पैसा आपको खुश नहीं करता है, बल्कि इंसान करता है। वह बहुत ही अच्छे इंसान हैं। वह इटली से हैं और हम दुबई में मिले थे। वह मेरी बहुत इज्जत करते हैं और मेरा बहुत ख्याल रखते हैं। हम लंबे समय से दोस्त थे लेकिन मुझे उन्हें जानने में थोड़ा ज्यादा समय लग गया। What Are The Best Online Casino Games, भुवनेश्वर। Balasore Train Accident : ओडिसा के बालासोर (Balasore) में हुए ट्रेन हादसे में सीबीआई जांच को लेकर राजनीति जारी है। वहीं रेलवे ने ट्रेन दुर्घटना में मरने वालों का आंकड़ा जारी कर दिया है। ओडिशा के मुख्य सचिव प्रदीप जेना ने बताया कि अभी तक कुल 288 लोगों की मृत्यु हो गई है। 95 शवों का जिला स्तर पर हस्तांतरण किया गया था। 193 शवों को भुवनेश्वर लाया गया था। इसमें से 110 शवों की पहचान हो गई है। कुल 288 में से 205 शवों की पहचान हो गई है। 83 शवों की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है।

विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल से पहले भारतीय टीम बाएं हाथ के तेज गेंदबाज मिशेल स्टार्क को काफी गंभीरता से ले रही है।ऑस्ट्रेलिया ने सुबह जब अभ्यास किया तो काफी ठंड थी और आसमान बादलों से घिरा था लेकिन भारतीय टीम जब दोपहर बाद अभ्यास के लिए आई तो ओवल में धूप खिली हुई थी। यह भले ही वैकल्पिक अभ्यास सत्र था लेकिन उमेश यादव, मोहम्मद सिराज और रिजर्व खिलाड़ी सूर्यकुमार यादव को छोड़कर बाकी सभी खिलाड़ियों ने इसमें हिस्सा लिया। Free Bonus Online Casino Games 5. Macbook Air 15, 13 जून, मंगलवार को लॉन्च किया जाएगा। इस प्रोडक्ट की शुरूआती कीमत 1,34,900 रूपए से है।